हर साल विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपना स्थापना दिवस मनाता है। साथ ही समाज एवं आत्मरक्षा हेतु वैदिक काल से चली आ रही शस्त्र पूजन के कार्यक्रम को अपनी शाखाओं पर मनाता है। इसी कड़ी में आज शिमला शहर के चार स्थानों समरहिल, लोअर बाजार, कसुम्पटी और संजौली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शिमला जिला की ओर से शस्त्र पूजन कर पथ संचलन निकाले गए।
मुख्य कार्यक्रम शहर के मध्य स्थित होटल लैंडमार्क पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में इस्कॉन के आनंद प्रभु जी महाराज और मुख्य वक्ता शिमला विभाग के सह कार्यवाह महेन्द्र शर्मा रहे। अपने अध्यक्षीय संबोधन में आनंद प्रभु जी महाराज जी ने कहा कि 1925 में विजयादशमी के दिन मात्र सत्रह 17 युवाओं से शुरू हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन हो गया है। संपूर्ण देश संघ से अपेक्षा का भाव रखता है। संघ वर्तमान समय में युवाओं को संगठित एवं अनुशासित करने के काम लगा हुआ है उस कार्य में आप सभी सफल हों इसके लिए मेरी शुभकामनाएं।
मुख्य वक्ता शिमला सह विभाग कार्यवाह महेन्द्र शर्मा ने कहा कि देवी के नवरात्र और विजयादशमी का समय हमारे लिए अहंकार को दूर करने वाला समय है। स्वयंसेवकों में अनुशासन, समरसता और विजीगिषु वृत्ति लाने के लिए संघ की शाखाओं में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है, इसलिए संघ की स्थापना पर शस्त्र पूजन और पथ संचलन का कार्यक्रम किया जाता है। इससे जिस प्रकार के स्वयंसेवकों का निर्माण होता है वे समाज में बहुविध कार्य करते हैं। कोरोना की विभीषिका में हमने देश और विदेश में स्वयंसेवकों को सेवा कार्य करते देखा है। कई स्वयंसेवकों को अपने प्राण भी गंवाने पड़े थे। यही भाव संघ स्वयंसेवकों में लाना चाहता है।
अंत में शिमला जिला संघचालक अजय सूद ने उपस्थित गणमान्यों, लैंडमार्क होटल प्रबंधन, पुलिस और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में केशव और माधव दो नगरों से 150 स्वयंसेवकों ने सहभाग किया। इस कार्यक्रम में केशव नगर संघचालक लोकेश सूद, हिमाचल प्रांत प्रचारक संजय कुमार, व्यवस्था प्रमुख ओमप्रकाश, पर्यावरण सह संयोजक पवन कुमार और कार्यालय प्रमुख देवराज भी उल्लेखनीय उपस्थित रहे।
Leave A Comment