सोलन में संपन्न विद्यार्थी परिषद के 43 वां प्रांत अधिवेशन में नई कार्यकारिणी गठित
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 43 वां प्रांत अधिवेशन 2, 3 व 4 अक्टूबर को सोलन में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में 2022- 2023 के लिए प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश मंत्री चुने गए जिसमें डॉक्टर सुनील ठाकुर को पुनः एक बार प्रदेश अध्यक्ष व अकाश नेगी जी को प्रदेश मंत्री चुना गया। इस अधिवेशन में पूरे हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 609 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मीडिया से रूबरू होते हुए एबीवीपी के नव नियुक्त प्रांत मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि प्रदेश अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित हुए। पहला प्रस्ताव प्रदेश के वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य व पर्यावरण चुनौतियां व समाधान पर पारित हुआ। हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में अपना विशेष स्थान रखता है। साक्षरता दर में भी हिमाचल प्रदेश अन्य राज्यों की तुलना में आगे हैं। इसके साथ ही महिला शिक्षा में भी प्रदेश अन्य राज्यों के लिए का अनुकरणीय राज्य बन कर उभर रहा है । हिमाचल प्रदेश में इस समय 8 सरकारी विश्वविद्यालय कार्यरत हैं। जिनमें से मेडिकल विश्वविद्यालय ,कृषि विश्वविद्यालय, बागवानी विश्वविद्यालय, कानून विश्वविद्यालय ,दो राज्य विश्वविद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय शामिल है। इसके अतिरिक्त आज प्रदेश में 6 मेडिकल कॉलेज व राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न संस्थान जैसे आईआईटी, एनआईटी ,एनआईएफटी, आई आई आई टी , आईआईए , एम्स प्रदेश को देश का शिक्षा का हब बनाने की ओर अग्रसर है आयुर्वेद शिक्षा हेतु हिमाचल में राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय वर्षों से आयुर्वेदिक शिक्षा में प्रशंसनीय कार्य कर रहा है, इसके साथ ही एम्स जैसे संस्थान का प्रदेश में खुलना व अभी आने वाले समय में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा इसका उद्घाटन होना प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। इसी के चलते अगर देखा जाए तो हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज प्रदेश का पहला ऐसा शिक्षण संस्थान है जो केवल हाइड्रो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में युवाओं को तैयार करेगा | शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के कदम लगातार बढ़ रहे हैं और जहां बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान खुले हैं वहीं स्कूली स्तर पर भी प्रदेश की वर्तमान स्थिति संतोषजनक है। प्रदेश के वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य में हम बात करें छात्र संघ चुनाव की तो 2013 से पूर्व की सरकार ने छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार छात्र संघ चुनाव बंद करके उनके अधिकारों को छीनने का काम किया है लेकिन विद्यार्थी परिषद 2013 से विभिन्न गतिविधियों आंदोलनों के माध्यम से छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग सरकार से कर रही है । वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने स्थापना के 13 वर्षों के बाद भी अपना परिसर न बनना वह पढ़ने वाले छात्रों के साथ अन्याय तो है ही शिक्षा की गुणवत्ता के साथ भी खिलवाड़ है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला पर छात्रों की संख्या के दबाव को कम करते हुए मंडी में सरदार पटेल विश्वविद्यालय का शुभारंभ छात्र हित में स्वागत योग्य निर्णय है लेकिन अस्थाई परिसर में विश्वविद्यालय का लंबे समय तक चलना छात्र हित में नहीं है इसलिए अभिलंब इसके निर्माण प्रक्रिया को तेज करना आवश्यक है।
दूसरे प्रस्ताव पर्यावरण चुनौतियाँ एवं समाधान पर भी चर्चा हुई। हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य एवं विविधता से संपन्न हिमालय की गोद में स्थित हिमाचल प्रदेश पर्वत श्रृंखला घाटी नदी नालों एवं उपजाऊ चरणों से गिरा हुआ राज्य है लेकिन विगत कुछ वर्षों से हम देखते हैं कि पर्यावरण से संबंधित के चुनौतियां देखने को मिल रही है जो चिंता का विषय है हाल ही में हुई बरसात में लगभग 2000 करोड रुपए का नुकसान राज्यों को उठाना पड़ा इसमें बरसात में लगभग 406 लोग जान गवा चुके हैं अनेक तरीके से हो रहा सड़कों पर योजनाओं का कार्य के लिए खतरा बना हुआ है परिणाम देखने को मिला है विकास के नाम पर पेड़ों को काटना भी एक गंभीर चिंता का विषय है। गर्मियों के दिनों में जंगलों में आग लगने के कारण हो रहा जैव संपदा का नुकसान भी पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। पर्यटकों द्वारा धार्मिक स्थानों पर चलाई जा रही गंदगी और कूड़े कचरे का भी उचित समाधान करने पर सरकार को बोल देना चाहिए। पैसे मांग करती है कि नदी नालों के समीप हो रहे अवैध भवन निर्माण को रोकने हेतु सख्त कदम उठाए जाने चाहिए । वन्य प्रजाति हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है हम इनके संरक्षण की भी उचित व्यवस्था करनी चाहिए।
प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों की घोषणा की गई
सोलन में सम्पन्न हुए इस अधिवेशन में वर्ष 2022-2023 के लिए प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों की भी घोषणा की गई। जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ ज्योति पराशर, डॉक्टर संजय शर्मा, डॉ राजेश शर्मा, डॉ रमेश ठाकुर, डॉ इंदर नेगी व प्रदेश सह मंत्री अभिषेक कुमार, नैंसी अटल , रितिक पालसरा,कुंगा डेचन,सौरभ शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री गौरव अत्री , प्रदेश कोषाध्यक्ष रोहित शर्मा, प्रदेश कार्यलय मंत्री अजय ठाकुर, प्रदेश छात्रा प्रमुख डॉ सीमा ठाकुर, प्रदेश जनसंपर्क प्रमुख वैभव खरवाल, प्रदेश कार्यलय व्यवस्था प्रमुख लोतम राम व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ नागेश ठाकुर, डॉ राकेश कुमार ठाकुर, डॉक्टर सुरेंद्र शर्मा, डॉ ललित मोहन, रितिका, दुषाल शर्मा, परवी बसटा, सुशील, अविनाश, अनुज, अक्षय सिंघानिया, अभिषेक शर्मा, नमन, अनमोल मोहित चौधरी अनमोल,रोहित, साहिल, कनिका, डिंपल विशिष्ट,अखिल, रितिका शर्मा ,प्रयाग खागटा,हनी, आदिती शर्मा, रजत ठाकुर ,पूजा चौहान, चंदन सेखड़ी, मोहित, दिनेश ठाकुर ,शैलजा धीमान, निर्भय गुलेरिया ,अर्चित, उर्वशी, मंजूल शर्मा, दीक्षा मित्तल,सुनील ठाकुर ,हिमानी नेगी ,रोबिन, मोहित ठाकुर, नंदिनी मित्तल, उर्मी शर्मा, डॉक्टर राकेश, सिया, मनीषा ,अनूप ठाकुर ,चिराग,सिया अवरोल, ऋषभ, संदीप, गीतानंद ,आकाश राणा, रोहित सिंह ,आदित्य जमबाल, विशाल, डॉ दिव्या गुप्ता, संजीव, विकास व एस एफ डी प्रमुख डॉ नितिन व्यास, एसएफडी संयोजक शिल्पा कुमारी, एसएफडी सह प्रमुख डॉ दीपक, एसएफडी सह संयोजक सुजल रतवान, एसएफएस प्रमुख डॉ राकेश शर्मा, एसएफएस संयोजक अंकुश वर्मा, एसएफएस सह प्रमुख डॉ ऋषि, एसएफएस दिनेश ठाकुर, राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख डॉक्टर शशिकांत शर्मा, राष्ट्रीय कला मंच संयोजक गुंजन ठाकुर, राष्ट्रीय कला मंच संयोजक अमित, एग्री विज़न प्रमुख डॉक्टर के शर्मा, एग्री विषम संयोजक उमेश शर्मा, एग्री विज़न सह संयोजक नितिका ठाकुर, एग्री विज़न सह संयोजक अखिलेश, शोध प्रमुख डॉ हरीश गौतम, शोध संयोजक सुयेष पवार, शोध सह संयोजक अवनीश राणा, थिंक इंडिया प्रमुख शिवान खान, या संयोजक शुभम महाजन, थिंक इंडिया सह संयोजक बंदीत शर्मा,WOSY प्रमुख एडवोकेट शिवम विशिष्ट, व अन्य कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी गई।
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