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पद रहे या ना रहे, विचार आगे बढ़ता रहना चाहिए : प्रो.धूमल




पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने  मंगलवार को बड़सर विधानसभा क्षेत्र के भोटा  में वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए  कहा कि विचार आगे बढ़ता रहना चाहिए पद रहे या ना रहे। उन्होंने कहा कि भारत माता को परम् वैभव तक पहुंचाना फिर से विश्व गुरु बनाना यही हमारा विचार है और इस लक्ष्य की प्राप्ति दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।

 पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि  आज देश भर के कार्यकर्ताओं की मेहनत तपस्या के कारण विश्व का सबसे बड़ा दल भाजपा बनी है, जिसके सबसे ज्यादा सांसद और विधायक हैं । केंद्र समेत 18 राज्यों में सरकारें हैं। उन्होंने आह्वान किया कि 4 जून को केंद्र में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाओ और उसके बाद शिमला में भी सरकार बनेगी।

 विश्व का सबसे लोकप्रिय और  ताकतवर नेतृत्व मौजूद हमारे पास

 बुजुर्ग कार्यकर्ताओं के साथ पुरानी यादों को ताजा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई समय था जब हम नारा लगाते थे कि जहां बलिदान हुए मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है, दो विधान दो प्रधान दो निशान नहीं चलेंगे नहीं चलेंगे, वन रैंक वन पेंशन, राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे। ये सब हमारी इच्छाएं होती थी हमारे लक्ष्य होते थे और यह सब आज हुआ भी है क्योंकि हमारे पास विश्व का सबसे लोकप्रिय और विश्व का सबसे ताकतवर नेतृत्व मौजूद है। उन्होंने यह सब सच करके दिखाया है चाहे वह वन रैंक वन पैशन हो धारा 370 वो 35 ऐ हो, आज तो जो कश्मीर हमसे चुरा लिया गया था  वह भी हमारे साथ शामिल होने की बात कहता है मंदिर भी बनाया है उस की प्राण प्रतिष्ठा भी की है आज कश्मीर हमारा है और वहां हर घर में तिरंगा लहराया जाता है।
प्रो धूमल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से हमने जो मांगा वो उन्होंने दिया है। हमने जो कहा वो उन्होंने किया है। लेकिन आज समय उनकी मांग पूरा करने का है, अबकी बार चार सौ पार।


व्यक्ति आते जाते रहते हैं, संगठन सुप्रीम
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन आगे बढ़ते रहते हैं व्यक्ति आते जाते रहते हैं लेकिन संगठन सुप्रीम है। बड़े ही लोकप्रिय लोग संसार से चले गए, लेकिन पार्टी चल रही है। सत्ता में रहे या ना रहे लेकिन संगठन चल रहा है। जब राष्ट्र प्रथम कि सोच ले कर चलते हैं, तब सब लक्ष्य हासिल होते हैं। यही हमारे संगठन की सोच है। आज हमारे बीच ऐसी कई चेहरे मौजूद हैं, जिन्होंने तपस्या कर पार्टी को जिताया लेकिन कभी वार्ड पंच तक का चुनाव नहीं लड़ा, उन्होंने विचारधारा के लिए काम किया। विचार के लिए लोग जीते हैं, पद के लिए नहीं, काम करते रहेंगे तो पद भी मिलते रहेंगे लेकिन विचारधारा हमेशा रहनी चाहिए।  उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सब मिलकर इस ऐतिहासिक चुनाव में भारी बहुमत के साथ अपने सांसद और अपने विधायक को चुनाव जीता कर देश को ताकतवर बनाकर कमल का बटन दबाएं।



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