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1734 करोड़ के शिमला रोपवे प्रोजेक्ट के लिए एडवांस टेंडर लगाने की मंजूरी

हिमाचल की राजधानी शिमला में बनाए जा रहे शिमला ट्रांसपोर्ट रोपवे को लेकर प्रदेश  सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB)  ने 1734 करोड़ की लागत से बनने वाले शिमला ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रोजेक्ट के निर्माण को अग्रिम टेंडर लगाने की इजाज़त दी।  इससे शिमला रोपवे के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो गया है।
 शिमला में बनने वाला यह रोपवे 13.79 किलोमीटर लंबा होगा जो कि विश्व का दूसरा और एशिया का पहला लंबा रोपवे होगा। दुनिया में अभी तक सबसे लंबा रोपवे मार्ग बोलीविया में है, जिसकी लंबाई 32 किलोमीटर है।  यह रोपवे तारा देवी से शिमला तक 60 किलोमीटर का क्षेत्र कवर करेगा। इसमें तारादेवी, चक्कर, कोर्ट परिसर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू आईएसबीटी, 103 टनल, रेलवे स्टेशन, विक्ट्री टनल, ओल्ड बस स्टैंड, लक्कड़ बाजार, आईजीएमसी, संजौली, नवबहार, सचिवालय व लिफ्ट के पास बोर्डिंग स्टेशन चिन्हित किए गए हैं। 


दो हजार लोग एक घंटे में करेंगे सफर
न्यू डेवलपमेंट बैंक की ओर से फैक्ट फाइंडिंग मिशन के तहत 2 जून से 10 जून तक निरीक्षण किया जा चुका है। एनडीबी ने कॉन्सेप्ट नोट को 12 जुलाई को मंजूरी दी है। एनडीबी की दिसंबर में प्रस्तावित निदेशक मंडल की बैठक में प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद त्रिपक्षीय समझौते के बाद टेंडर अवार्ड होगा और इसका काम 1 मार्च 2025 से कार्य शुरू कर दिया जाएगा। रोपवे मार्ग में एक तरफा एक हजार लोगों की आवाजाही शुरुआती तौर पर रहेगी, जबकि दोनों तरफ से दो हजार लोग एक घंटे में सफर कर पाएंगे। शिमला में रोपवे बनने से सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति भी नियंत्रित होगी। 



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