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संस्थान बंद करने पर सदन में सियासी घमासान, सीएम सुक्खू - नेता प्रतिपक्ष जयराम में नोकझोंक

   धर्मशाला :- शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन शनिवार को सदन सरकारी संस्थान बंद करने के मुद्दे पर सियासी घमासान छिड़ा.. प्रश्न काल के दौरान जवाब आया कि प्रदेश में 2 वर्षमें 1865 संस्थान बंद हुए हैं..इस पर खूब हंगामा हुआ। विधानसभा में भाजपा विधायकों ने बंद किए गए संस्थानों को लेकर कांग्रेस सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री के जवाब से नाराज विपक्ष सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर आ गया।बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने विधानसभा में संस्थान बंद करने और नए संस्थान खोलने से जुड़ा सवाल पूछा था। आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने 1865 संस्थान डिनोटिफाइ किए है। जबकि कांग्रेस सरकार ने 37 नए संस्थान खोले हैं।103 संस्थानों की अलग से नोटिफिकेशन की गई।सदन के बाहर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा, सरकार बार बार कह रही है नीड-बेस्ड संस्थान खोले जाएंगे। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने 11 दिसंबर को शपथ ली। कैबिनेट का गठन भी नहीं हुआ था, इस बीच सीएम-डिप्टी सीएम ने 12 दिसंबर को 1000 से ज्यादा पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थान बंद कर दिए।जयराम ठाकुर ने कहा, पूर्व सरकार ने एक अप्रैल 2022 के बाद बजट का प्रावधान कर इन संस्थानों को खोला था। 

       कांग्रेस सरकार ने राजनीति दुर्भावना से इन्हें बंद किया गया। उन्होंने कहा, सरकार बार बार कह रही है कि नीड बेस्ड संस्थान खोले जाएंगे। 11 दिसंबर को सीएम-डिप्टी सीएम ने शपथ ली और 12 दिसंबर को संस्थान बंद कर दिए। ऐसे में सरकार ने कब नीड बेस्ड सर्वे किया। उधर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने उन संस्थाओं को बंद किया है जो पूर्व सरकार ने चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में संस्थान खोले थे ऐसा राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया गया था, लेकिन सरकार केवल नीड बेस्ट संस्थान ही खोलेगी।।   

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