Echo

मुख्यमंत्री ने 70 शिक्षकों को सिंगापुर शैक्षणिक यात्रा पर रवाना किया

*
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज दिनांक 13 अप्रैल, रविवार को राजधानी शिमला से 70 शिक्षकों को सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण पर रवाना किया । राज्य सचिवालय में समग्र शिक्षा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चयनित शिक्षकों को शुभकामनाएं दी और उन्हें इस शैक्षणिक भ्रमण के लिए उनके पासपोर्ट भी सौंपे। इस शैक्षणिक यात्रा में जॉइंट डायरेक्टर, डिप्टी-डायरेक्टर ,प्रिंसिपल ,हेडमास्टर , प्रवक्ता व डीपीई  वर्ग के शिक्षक शामिल हैं।


   इस दौरान सीएम सुक्खू ने विदेश यात्रा पर जा रहे सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी विदेश यात्रा पर जा रहे है। विदेश यात्रा आपके निजी जीवन के लिए कोई नया अनुभव नहीं है। लेकिन शैक्षणिक क्षेत्र में आपके लिए नया अनुभव हो सकता है। उन्होंने कहा उन्हें विश्वास है कि आपका अनुभव हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था व  छात्रों के जीवन मे महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।


    सीएम सुक्खू ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है ।इसके लिए सरकार सख्त कदम उठा रही है। सरकार ने नर्सरी से 12 वीं कक्षा तक एक ही निदेशालय  बनाने का फैसला लिया है। उसके लिए स्टाप के युक्तिकरण प्रक्रिया जारी है। सीएम सुक्खू ने सरकारी स्कूलों में घट रही छात्रों की सँख्या चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों हाई क्वालीफाई शिक्षक है बावजूद संख्या घट रही है। प्रदेश सरकार ने इसको समझा और एक नया कॉन्सेप्ट राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल में लाया है।  इसके तहत प्रदेश भर में आधुनिक सुविधाओं के साथ स्कूलों का निर्माण किया जाएगा जिसमें बच्चो व शिक्षकों को एक छत के नीचे अच्छा शैक्षणिक वातावरण मिलेगा। सीएम सुक्खू ने कहा कि इसके लिए  फर्स्ट स्टेज पर एलिमेंट्री स्कूल बनाए जाएंगे इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चूकी है। सीएम सुक्खू ने आगे कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य उनकी सरकार की प्राथमिकता है।  इसके लिए सरकार आधुनिक टेक्नोलॉजी ला रही है। शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं शुरू हो चुकी है। सुखाश्रय व  सुख शिक्षा योजना के तहत अनाथ व  विधवाओं के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जा रही है उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सरकार के क्रांतिकारी बदलाव का असर देखने को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश असर के सर्वे में पूर्व सरकार के समय मे जहां पिछड़ गया था आज देश भर में नंबर वन पर है। सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2032 तक हिमाचल प्रदेश में देश की बेस्ट शिक्षा देंगे।

      शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विभाग शिक्षा व्यवस्था पर बड़े बदलाव कर रही है। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ने पहले दिन से ही  शिक्षा में गुणात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्पष्ट आदेश दिए थे विभाग प्रतिबद्धता के साथ उसके लिए काम कर रहा है। शिक्षा मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इसके चयन की प्रक्रिया कठिन थी। सरकार ने इस दौरे के लिए पूरी तरह पारदर्शी मेरिट आधारित चयन प्रक्रिया अपनाई, जिससे प्रदेश के सबसे योग्य शिक्षकों को यह अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों को विश्वस्तरीय एक्सपोजर देने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे पहले भी 267 शिक्षकों को शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि पहले एक्सपोजर टूअर में शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों पर ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों के प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण मिला है । वहीं  इससे पहले सरकार ने पहली बार स्कूली बच्चों को कंबोडिया और सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण पर भेजने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था।  इस दाैरे में ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को जाने का मौका मिला था। 

  मंत्री ने शिक्षकों को सिंगापुर की असाधारण प्रगति से सीखने और वहां की बेहतरीन शैक्षणिक तकनीकों को अपने स्कूलों में लागू करने की सलाह दी है। शिक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस दौरे से प्रदेश के शिक्षा स्तर में सुधार होगा। 

    शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक बदलाव के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।  उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय मे हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र पिछड़ रहा था लेकिन वर्तमान सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति से  शिक्षा क्षेत्र में सुधार हो रहा है।जिसका परिणाम है कि असर रिपोर्ट में हिमाचल ने केरल को पछाड़कर सर्व श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। यह सभी की सामूहिक की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि परख सर्वे के लिए भी सभी ने मिलकर काम किया है, उम्मीद है कि इसमें भी हिमाचल बेहतर करेगा.
 
 वहीं शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कार्यक्रम के प्रारंभ में सीएम सुक्खू, शिक्षा मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार का ये प्रयास फलीभूत हुआ है। इसी के तहत शिक्षकों को, बच्चो को देश के अन्य राज्यो व देश के बाहर शैक्षणिक भ्रमण करने का मौका मिल रहा है।उन्होंने कहा कि सम्रग शिक्षा निदेशक के राजेश शर्मा के प्रयासों से ही स्टार्स कार्यक्रम के तहत सिर्फ हिमाचल प्रदेश देश का एकमात्र राज्य था जिसको बच्चों को भ्रमण अनुमति मिली थी जिसके कारण हिमाचल की सफलता को देखते हुए इस वर्ष केंद्र ने कुछ अन्य राज्यों को भी अनुमति दी है। उन्होंने चयनित शिक्षकों से कहा कि लम्बी प्रक्रिया के बाद हुआ चयन , आप सिर्फ हिमाचल ही नही बल्कि देश के प्रतिनिधि के रूप बाहर जा रहे है और आप सीख कर आएंगे।  उन्हें उम्मीद है कि उसका सीधा असर शिक्षा व्यवस्था में देखने को मिलेगा।


   कार्यक्रम के अंत मे समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने सीएम सुक्खू ,शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर , विधायक संजय अवस्थी, मुख्य सचिव राकेश कंवरका धन्यवाद किया और सिंगापुर शैक्षणिक भ्रमण पर जा रहे सभी शिक्षकों को  शुभकामनाएं दीं।  राजेश शर्मा कहा कि हिमाचल के शिक्षकों को पहली बार विदेश भेजने की शुरुआत पिछले साल हुई थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार शैक्षणिक भ्रमण के लिए शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अपनाई गई है। इस बार भी हजारों शिक्षकों में से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण के लिए चुना गया है। राजेश शर्मा ने सभी शिक्षकों से कहा आपके अनुभव शिक्षा के क्षेत्र व बच्चों के जीवन मे महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू , शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर , विधायक संजय अवस्थी, शिक्षा सचिव राकेश कंवर, समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा, अतिरिक्त प्रारंभिक शिक्षा निदेशक बीआर शर्मा सहित विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।


Share:
Share:
Comment
Leave A Comment