राष्ट्रीय कला मंच के कार्यकर्ताओं ने लावन्या को इंसाफ देने और उसकी मौत के लिए जिमेवार लोगों के खिलाफ कारवाई की मांग को लेकर रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने शांति पूर्वक तरीके से प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु सरकार ईसाई मिशनरी को बचाने का प्रयास कर रही है।
मंच की प्रांत संयोजिका गुंजन ने कहा कि आज पूरा विश्व जहां महिला सुरक्षा व महिला अधिकारों की बात कर रहा है, तरह तरह के वाद विवाद इस विषय पर किए जा रहे हैं, वहीं तमिलनाडु के तंजावुर में 17 वर्ष की छात्रा इसलिए आत्महत्या करती है क्योंकि उसको एक मिशनरी स्कूल द्वारा अपना धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि लावन्या को मानसिक व शाररिक प्रताड़ना दी गई। केवल अपना धर्म परिवर्तन न करने पर लावण्या को इतना परेशान कर दिया गया कि उसने आत्महत्या कर ली।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार भी इस विषय में संज्ञान नहीं ले रही, जिससे साफ है कि वह आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। तमिलनाडु पुलिस प्रशासन भी निष्पक्ष जांच इसमें नहीं कर रही और बिना जांच किए ही ब्यान देने का काम कर रही है। पुलिस प्रशासन का ऐसा रवैया सही नहीं है और इस संदर्भ में भी सरकार कदम लेे। उन्होंने मांग की कि पढ़ाई के नाम पर धर्मांतरण का धंधा करने वाले इस तरह के सभी स्कूलों को बन्द करने के साथ ही लावण्या को जल्द से जल्द इंसाफ दिया जाए।
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