एचपी फ्यूचर्स के तहत ग्रीनिंग एजुकेशन को लेकर शिक्षकों की राज्य स्तरीय कंसल्टेशन मीटिंग
समग्र शिक्षा के तहत यूनेस्को और शिक्षा विभाग द्वारा शिमला में “मिशन लाइफ के लिए इको-क्लब” विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय शिक्षक परामर्श एवं प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम एचपी फ्यूचर्स परियोजना के तहत प्रदेश में ग्रीनिंग एजुकेशन की वर्तमान स्थिति की डॉक्यूमेंटेशन करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
इस बैठक में राज्य के 11 जिलों के पीएम श्री स्कूलों से आए 23 इको-क्लब समन्वयकों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने पर्यावरण शिक्षा, जलवायु जागरूकता और विद्यालयों में अपनाए जा रहे टिकाऊ उपायों से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। समग्र शिक्षा शिमला एवं हिमकॉस्टे (HIMCOSTE) की टीम ने कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए इको-क्लब गतिविधियों के संचालन, क्रियान्वयन और सुदृढ़ीकरण संबंधी मार्गदर्शन प्रदान किया। साथ ही विद्यालयों में चल रही ग्रीनिंग पहलों को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।
इको-क्लब गतिविधियों और मिशन लाइफ पर विशेष चर्चा
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि इको-क्लब किस तरह छात्रों को कचरा अलग करने, प्लास्टिक उपयोग में कमी, पानी और बिजली की बचत, जैव विविधता संरक्षण और स्थानीय जलवायु कार्रवाई जैसी पहलों के माध्यम से मिशन लाइफ से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल कर सकते हैं। इस दौरान प्रतिभागियों ने मौजूदा इको-क्लब गतिविधियों की समीक्षा की, उनमें मौजूद कमियों की पहचान की तथा सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने और स्कूल परिसरों को अधिक जलवायु-संवेदनशील व संसाधन-कुशल बनाने की आवश्यकताओं और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
इस सत्र में छात्रों द्वारा तैयार किए गए कम लागत वाले नवाचारी प्रोजेक्ट्स और ग्रीन कैंपस पहलों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रतिभागियों को एक-दूसरे से सीखने का अवसर मिला और कई मॉडल ऐसे सामने आए जिन्हें अन्य स्कूलों में भी अपनाया जा सकता है। इसमें मिले सुझावों को एचपी फ्यूचर्स—ग्रीनिंग एजुकेशन कार्ययोजना—को और अधिक प्रभावी बनाने में उपयोग किया जाएगा। ये सुझाव नीति निर्माण, शिक्षक प्रशिक्षण को मजबूत करने और विद्यालय स्तर पर जलवायु एवं सतत विकास शिक्षा के बेहतर क्रियान्वयन में सहायक होंगे।
एचपी फ्यूचर्स : यूनेस्को के साथ हिमाचल की संयुक्त पहल
एचपी फ्यूचर्स (HP FUTURES – Foundation for Upskilling, Teacher Excellence, Understanding, Readiness, Equity and Sustainability) हिमाचल प्रदेश सरकार और यूनेस्को की संयुक्त पहल है। इस परियोजना का उद्देश्य 21वीं सदी के कौशल, खेलों के माध्यम से मूल्य-आधारित शिक्षा और जलवायु शिक्षा को लागू करना है। एचपी फ्यूचर्स कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के 124 पीएम श्री विद्यालयों से की गई है। कार्यक्रम तीन प्रमुख पहलुओं पर केंद्रित है—छात्रों को 21वीं सदी के कौशल एवं दक्षता आधारित शिक्षा प्रदान करना, खेलों के माध्यम से मूल्य शिक्षा को बढ़ावा देना व स्पोर्ट्स वैल्यू टूलकिट का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना, और पाठ्यक्रम व विद्यालय, दोनों स्तरों पर हरित शिक्षा और पर्यावरण-अनुकूल गतिविधियों को प्रोत्साहित करना।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 124 पीएम श्री विद्यालय एचपी फ्यूचर्स कार्यक्रम के लिए मॉडल स्कूल होंगे, जो शिक्षक प्रशिक्षण, खेलों को बढ़ावा देने, ग्रीनिंग गतिविधियों और इको-क्लब के सुदृढ़ीकरण के केंद्र के रूप में कार्य करेंगे और विद्यार्थियों को आधुनिक कौशलों से सशक्त बनाएंगे।
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