मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूक्रेन में फंसे हिमाचल के नागरिकों के बारे में सदन में वक्तव्य दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरंभिक जानकारी के अनुसार हिमाचल के लगभग 130 लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जैसे-जैसे जानकारी प्राप्त हो रही है, यह संख्या बढ़ भी सकती है। प्रदेश सरकार इन लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और लगातार विदेश मंत्रालय से संपर्क में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र भी लिखा है और अनुरोध किया है कि हिमाचल के लोगों को जल्द से जल्द वहां से निकाल भारत में सुरक्षित वापिस लाने के लिए हर संभव उपाय करें। मुख्य सचिव की आज सुबह भी इस बारे विदेश सचिव से बात हुई है।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेषकर छात्रों की सुरक्षा को लेकर हम सभी चिंतित हैं। यूक्रेन में एयरस्पेस बंद होने के कारण वहां से सीधी विमान सेवा संभव नहीं है। यूक्रेन के साथ भू-सीमा सांझा करने वाले देशों- पौलेंड, हंगरी स्लोवेक रिपब्लिक और रोमानिया में विदेश मंत्रालय ने अपने दलों तैनाती की है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को सड़क मार्ग से वहां जाकर इन देशों से विशेष विमान सेवा के माध्यम से भारत लाने का प्रयास
विदेश मंत्रालय कर रहा है। इस संदर्भ में यूक्रेन और नई दिल्ली में हेल्पलाइन स्थापित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने वहां फंसे लोगों को निःशुल्क वापिस लाने के लिए एयर इण्डिया के विशेष विमान इन देशों में भेजे हैं और वे इन लोगों को लेकर भारत लौट रहे हैं।
दिल्ली पहुंचने पर उन्हें हवाई अड्डे पर लेने हेतु व आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने और एचआरटीसी और एचपीटीडीसी की बसों के से प्रदेश में उन्हे वापिस घर पहुंचाने की व्यवस्था हिमाचल भवन स्थित रेज़िडेंट कमीशनर कार्यालय करेगा। इसके लिए सारा खर्चा भी प्रदेश सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दो विमान आ रहे हैं। एक विमान बुखारेस्ट से दिल्ली आ रहा है जिसमें हिमाचल के 15 लोग और दूसरा विमान बुखारेस्ट से मुंबई आ रहा है, जिसमें हिमाचल के 17 लोग भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कठिन घड़ी में प्रदेश सरकार यूक्रेन में हिमाचल के फंसे लोगों और उनके परिजनों के खड़ी है।
कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि यूक्रेन के कीव में फंसे बच्चे सबसे ज़्यादा खतरे में हैं। इन को हिमाचल लाया जाए। उन्होंने कहा कि जिन्हें वापस लाया जा रहा है, वे सीमा पर थे।
विधायक से दुर्व्यवहार करने वाला एसआई सस्पेंड
कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह से दुर्व्यवहार करने का मामला भी सदन उठा। नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में मामला उठाकर आरोपी एसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक से दुर्व्यवहार को उचित नहीं ठहराया जा सकता। विधायक अनिरुद्ध सिंह ने एसपी शिमला से इस मामले की लिखित शिकायत की है। 22 फरवरी की रात का यह मामला है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि से दुर्व्यवहार की किसी को अनुमति नहीं है। कर्मचारी और अधिकारी शालीनता से व्यवहार करें। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने आगामी कार्रवाई के लिए यह मामला विशेषाधिकार हनन सीमित को भेज दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिमला को मामले की जांच सौंपी गई है। सब इंस्पेक्टर को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने बताया कि विधानसभा की ओर से सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रधान सचिव गृह और डीजीपी को पत्र भेजा गया है। विधानसभा की विशेषाधिकार हनन समिति को भी मामला आगामी कार्रवाई के लिए भेजा गया है।
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