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अदम्य साहस और पराक्रम के प्रतीक हैं महाराणा प्रताप: मुख्यमंत्री




जय राम ठाकुर ने महाराणा प्रताप को जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की




मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल को 51 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की 


महाराणा प्रताप एक निडर और साहसी योद्धा थे, जिन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ ऐतिहासिक विरोध किया और हल्दीघाटी के प्रसिद्ध युद्ध में सच्ची बहादुरी का प्रदर्शन किया। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के पठियार में राजपूत कल्याण सभा द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह के अवसर पर कही।

मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप अदम्य साहस और वीरता के प्रतीक हैं, जिन्होंने पीढ़ियों को प्रेरित किया है और आने वाले कई सदियों तक उनकी वीरता को स्मरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह देश का सौभाग्य है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे सशक्त नेता देश का नेतृत्व कर रहे हैं और उनके द्वारा लिए गए निर्णयों से सम्पूर्ण विश्व में प्रत्येक भारतीय गौरवान्वित महसूस करता है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश ने पिछले साढ़े चार साल में चहुंमुखी विकास किया है। केन्द्र और राज्य सरकारों की नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से समाज का हर वर्ग लाभान्वित हुआ है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चार राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा ने मिशन रिपीट को सफल बनाया है और हिमाचल प्रदेश में भी आगामी विधानसभा चुनाव में लोगों के भारी समर्थन से भाजपा फिर से सत्ता में आएगी।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिले के पठियार में महाराणा प्रताप इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के माध्यमिक विंग का उद्घाटन किया। उन्होंने राजपूत कल्याण सभा के प्रयासों की सराहना की और पाठशाला को 51 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने सरकार की ओर से पाठशाला को हर संभव सहायता का भी आश्वासन दिया। 

जय राम ठाकुर ने समारोह में वीरता पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर राजपूत कल्याण सभा ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। 

विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि भारत की आजादी से पहले और बाद में कई हस्तियों ने देश के लिए अमूल्य बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन भी समाज को कई शिक्षाएं देता है और हम सभी को ऐसे आयोजनों के माध्यम से इतिहास से जुड़ने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से गुमनाम नायकों के प्रयासों को उजागर किया जा रहा है। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी और विधायक अरुण मेहरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर विधायक विशाल नैहरिया, पूर्व मंत्री रविंद्र रवि, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, राजपूत कल्याण सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष ठाकुर कुलदीप सिंह, सभा के अध्यक्ष के.एस. चम्बियाल, अन्य पदाधिकारी व सदस्य, पाठशाला के प्रधानाचार्य पंजाब सिंह व स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।

     

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