कांग्रेस सरकार ने गौ सदनों को दी जाने वाली राशि 700 से बढ़ाकर 1200 रुपए की : सीएम सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा ने गाय के नाम पर केवल राजनीति की है, जबकि गाय और गोपलकों के कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया। इसके विपरीत उनकी सरकार ने अनेकों योजनाएं बनाई है। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या का निदान करने के लिए राज्य सरकार ने निजी गौ-सदनों में आश्रित गौवंश को दिए जाने वाले अनुदान को भी 700 रूपये से बढ़ाकर 1200 रूपये प्रतिमाह करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त राज्य में बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए एक राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जो इन पशुओं को किसानों तथा स्थानीय समुदायों से परामर्श के के बाद गौ-अभ्यारण्यों तथा गौशालाओं में रखने बारे अपने सुझाव देगी, जिसका प्रावधान बजट 2024-25 में किया गया है। इन कदमों से बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी और किसान फिर से खेती-बाड़ी की ओर आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुद्ढ़ करने के लिए अनेक प्रभावी पग उठा रही है ताकि गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में आशातीत सुधार लाया जा सके। पशुपालकों को उत्तम नस्ल के पशु उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सोलन जिले के दाड़लाघाट में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किया जाएगा, जहां कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां दूध पर समर्थन मूल्य प्रदान किया जा रहा है। गाय के दूध पर 45 रुपये प्रति लीटर तथा भैंस के दूध पर 55 रुपये प्रति लीटर समर्थन मूल्य पशुपालकों को सुनिश्चित किया जा रहा है।
सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के माध्यम से नये कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आरम्भ करेगी। उन्होंने कहा कि दत्तनगर में दुग्ध विधायन संयंत्र में 50 हजार एलपीडी की क्षमता का एक अतिरिक्त संयंत्र आरम्भ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऊना तथा हमीरपुर में आधुनिकतम तकनीक से दुग्ध विधायन संयंत्र स्थापित किये जा रहे हैं जिन पर लगभग 50 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे।.
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