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सुरेश कश्यप ने लोगों का दर्द नहीं समझा, उनको सांसद रहने का कोई हक नहीः सीएम सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के पंजेरा व दून विधानसभा क्षेत्र के बद्दी में लोकसभा उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी के चुनावी जनसभाएं कीं। इस दारौन उन्होंने भाजपा सांसद सुरेश कश्यप और निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर पर भी जुबानी हमले बोले। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप जनता की वोट से चुनकर गए, लेकिन जीतने के बाद लोगों को भूल गए। आपदा में लोगों की पीड़ा नहीं जानी, प्रदेश को विशेष राहत पैकेज दिलाने के लिए प्रधानमंत्री के पास जाने की तो उनके पास हिम्मत नहीं है, वह चिट्ठी लिखने का साहस भी नहीं जुटा पाए। उन्हें सांसद रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने लोगों से जुड़ा कोई सवाल संसद में नहीं पूछा, इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी को चुनकर संसद भेजें।
 
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। लेकिन, केएल को सार्वजनिक नहीं, निजी विकास चाहिए था। भाजपा को सत्ता की इतनी भूख लगी है कि कांग्रेस के छह विधायक ही खरीद लिए। यह कांग्रेस सरकार के 14 महीनों के कार्यकाल में हुए जनहित के कार्यों का भी डर है। भाजपा को जनता की अदालत का सामना करने से डर लग रहा है। हम अपने कामों का हिसाब लेकर जनता की अदालत में आए हैं, हमें और हमारी सरकार को न कोई डर है न खतरा है।
 
 
जयराम ठाकुर का गणित बेहद कमजोर, कांग्रेस के पास पूरा बहुमत
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भविष्य वक्ता बनकर कह रहे हैं कि 4 जून को दो सरकारें बनेंगी, लेकिन उनके पैरों तले जमीन तब खिसकेगी जब न तो छह पूर्व विधायक जीतेंगे, न ही चारों लोकसभा उम्मीदवार। जनता वोट को नोट से खरीदने
वाली भाजपा को सबक सिखाएगी।   उन्होंने कहा कि इस खरीद फरोख्त व भ्रष्टाचार की राजनीति को खत्म करना है। हमारी सरकार ने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंदकर ही 2200 करोड़ रुपये एक साल में अतिरिक्त राजस्व जुटाया है। हमने दो विधायकों को इसलिए लोकसभा चुनाव में उतारा, ताकि भाजपा को यह समझ आ जाए कि कांग्रेस सरकार पूर्ण बहुमत के साथ मजबूत है, चूंकि जयराम ठाकुर का गणित बेहद कमजोर है।
 
 
मैंने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बद्दी में  जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान चुनाव लीड, सरकार या कुर्सी का नहीं, लोकतंत्र की भविष्य की दशा और दिशा तय करने का है। बात हिमाचल की अस्मिता और स्वाभिमान की है, चूंकि, राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है। मैंने राजनीति में कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। 
उन्होंने कहा कि शराब ठेकों की नीलामी की प्रक्रिया बदलने से सरकार को 500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ। भाजपा सरकार ने पांच सरकार तक शराब ठेकों की नीलामी न कर खजाने को नुकसान पहुंचाया।

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