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भारी बारिश से 51 जानें गईं, सीएम ने त्वरित राहत व बचाव कार्य के दिए निर्देश

हिमाचल में बीती रात को हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई। कुल्लू, मंडी, शिमला जिला में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 51 लोगों की मौतें हुई हैं। दो दर्जन से अधिक लापता बताए जा रहे हैं।
 शिमला जिला के रामपुर के झाकड़ी की समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक  वीरवार सुबह तड़के बादल फटने की वजह से 36 लोग लापता हो गए। यहां  स्कूल, एक गेस्ट हाउस और एक बिजली प्रोजेक्ट का पावर हाउस भी बह गया है। बादल फटने की सूचना मिलते ही डीसी शिमला अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी घटना स्थल पर पहुंच गए है। वे रेस्क्यू अभियान की निगरानी कर रहे हैं। यहां रेस्क्यू अभियान के दौरान दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। वहीं दो लोगों के अवशेष बरामद हुए है।
वहीं मंडी की चौहार घाटी में 3 मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए। इसमें 3 परिवार के 11 लोग लापता हो गए। यहां दो शव मिले हैं जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। 8 लोगों का अभी भी तक कोई नहीं लग पाया है। यहां रेस्क्यू चलाया जा रहा है।
 कुल्लू  जिला के निरमंड तहसील के बागीपुल में 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं कुल्लू के मनाली में ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद आलू मैदान में पानी भर गया। इससे इसके साथ सब्जी मंडी की 5 मंजिला बिल्डिंग भी ढह गई।
 
मुख्यमंत्री राहत व बचाव कार्य की कर रहे मॉनिटरिंग
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रशासन को त्वरित राहत व बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भारी बारिश के बाद बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का दुखद समाचार मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत, खोज व बचाव कार्य में जुटी हुई है। स्थानीय प्रशासन को राहत व बचाव कार्य सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लगातार अधिकारियों से संपर्क में है और राहत व बचाव कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। 





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