Echo

राजभवन पहुंचा चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत का मामला ,भाजपा विधायकों ने राज्यपाल से की बड़ी मांग

शिमला :- हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत का मामला गहरा गया है। इस मामले को लेकर बजट सत्र के बीच भाजपा विधायक दल ने शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात कर सीबीआई जांच की मांग की है।

भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात कर उन्हें अवगत करवाया की चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च से लापता थे और उनका शव 18 मार्च को गोविंदसागर झील से बरामद हुआ भाजपा ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में दावा किया है कि परिवार की शिकायत के बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी। इसके अलावा उन्होंने ज्ञापन में बताया है कि परिजनों और एचपीपीसीएल के कर्मचारियों ने प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा और निदेशक देश राज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि दोनों अधिकारी नेगी को गलत काम करने का दबाव डालते थे। मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
परिजनों के विरोध के बाद ही एफआईआर दर्ज की गई। लेकिन FIR में सिर्फ एक व्यक्ति का ही नाम दर्ज है । दूसरे अधिकारी का नाम दर्ज नहीं किया गया है

 उन्होंने कहा कि परिजनों के विरोध के बाद सरकार ने निदेशक को निलंबित कर दिया है। लेकिन  प्रबंध निदेशक को केवल पद से हटाया गया है। ऐसे में भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल से दो प्रमुख मांगें की हैं। पहली, एफआईआर में दूसरे अधिकारी का भी नाम शामिल किया जाए। दूसरी, पिछले दो वर्षों में एचपीपीसीएल की गतिविधियों की जांच सीबीआई से करवाई जाए। विधायक दल का कहना है कि आईएएस अधिकारी की संलिप्तता वाले मामले की जांच दूसरे आईएएस अधिकारी से कराना उचित नहीं है।

Share:
Share:
Comment
Leave A Comment