CBI अधिकारी पर गवाह धमकाने के आरोप, पूर्व प्रधान ने पुलिस को दी शिकायत
शिमला:- हिमाचल प्रदेश में एक चिट्टा तस्करी के मामले CBI अधिकारी पर गवाह को धमकाने के आरोप लगे हैं।गवाह को धमकाने, गाली-गलौज और बयान बदलने के लिए दबाव बनाने के आरोप में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के एक जांच अधिकारी अब शिमला पुलिस जांच में दायरे में आ गए हैं। मामला मंडी जिले से जुड़ा है। सीबीआई 31 मार्च 2024 के चिट्टा तस्करी के एक मामले में जांच कर रही है। इसी मामले में एक गवाह ने आरोप लगाए हैं कि सीबीआई के जांच अधिकारी ने उसे प्रताड़ित किया है और बयान बदलने का दबाव बनाया। शिमला पुलिस ने लिखित शिकायत मिलने के बाद इस संबंध में जांच बैठा दी है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएसपी रैंक के अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक जिला मंडी के बल्ह क्षेत्र के सिध्याणी पंचायत के हवाणु गांव के रहने वाले गिरधारी लाल ने बताया कि वह अपनी पंचायत में पंद्रह साल तक प्रधान पद पर सेवाएं दे चुके हैं। वह सिध्याणी में 31 मार्च को सामने आए चिट्टा तस्करी के मामले में गवाह है। शिमला पुलिस को दी लिखित शिकायत में उन्होंने बताया कि इसी केस के सिलसिले में उन्हें सीबीआई ने शिमला कार्यालय में 22 सितंबर और 30 सितंबर को शिमला कार्यालय बुलाया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान सीबीआई के जांचअधिकारियों ने उनके साथ अभद्रता की और बयान बदलने का दबाव बनाया। गिरधारी लाल ने यहां से जाने के बाद बल्ह थाने में 2 अक्तूबर को इसकी शिकायत करवाई। शिकायतकर्ता के मुताबिक इस दौरान बल्ह पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया था कि मामला शिमला से संबंधित है और इसे वहां ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
इसके बाद विगत दिनों वह शिमला पहुंचे और एसएसपी शिमला के कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत के बारे में जानकारी हासिल करनी चाही, लेकिन पुलिस ने इस बारे में अनभिज्ञता जताई। इसके बाद गिरधारी लाल ने इस बारे में लिखित शिकायत शिमला पुलिस को दी, जिसमें सीबीआई के जांच अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि शिकायतकर्ता के आरोपों में कितनी सच्चाई है, जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
एसएसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि बल्ह के व्यक्ति ने इस तरह की शिकायत लिखित में दी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएसपी रैंक के अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
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