17 जून को सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दाखिल किया था जिसमे बाहरवीं के परिणाम के विषय में जानकारी दी गयी उस हलफनामे में साफ़ शब्दों में उल्लिखित किया गया की बाहरवीं के परिणाम में दसवीं , ग्याहरवी और बाहरवीं के क्रमश: 30 :30 और 40 फीसदी अंको के आधार पर विद्यार्थियों के परिणाम को निर्धारित किया जाएगा बाहरवीं के यूनिट टेस्ट /मिड टर्म /और प्री बोर्ड परीक्षा के आधार पर 40 फीसदी अंक दिए जायेंगे | प्रैक्टिकल के अंक हर स्कूल को 28 जून तक सीबीएसई के पोर्टल पर डालने होंगे | सीबीएसई ने इस कार्ययोजना में ये भी बताया है की हर स्कूल 5 सदस्यों की रिजल्ट कमेटी बनाई जाएगी और अगर किसी विद्यार्थी ने टेस्ट नहीं दिया है तो ये कमेटी तय करेगी की अस्सेस्मेंट कैसे दी जाएगी | कोई भी स्कूल अपने विद्यार्थी के अंक बढ़ा नहीं सकते और न ही उसमे कोई फेरबदल कर सकते हैं क्यूंकि इसकी जांच करने हेतु एक मॉडरेशन कमेटी का गठन किया गया है | यह कमेटी विद्यार्थियों और स्कूल के परफॉर्मेंस का मंथन करेगी और यही मंथन परिणाम की आधारशिला बनेगा |
सुप्रीम कोर्ट के अटोर्नी जनरल के के बेणुगोपाल ने बताया कि रिजल्ट जुलाई माह में घोषित किया जायेगा और विद्यार्थीओ के हितों का भी ध्यान रखा जायेगा
इसी की तर्ज पर राज्य बोर्ड परीक्षाओं के मसले पर सोमवार को फैसला लिया जायेगा
Leave A Comment