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हिमाचल में विशेष आवश्यकता वाले स्कूली बच्चों के लिए होंगे यूनिफाइड स्पोर्ट्स


समग्र शिक्षा हिमाचल के स्कूलों के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CwSN)  के लिए यूनिफाइड स्पोर्ट्स  का आयोजन करेगा। इसके लिए समग्र शिक्षा ने  स्पेशल ओलंपिक भारत के साथ  एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। समग्र शिक्षा की ओर से राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा और स्पेशल ओलंपिक भारत की ओर से स्पेशल ओलंपिक्स हिमाचल  के क्षेत्रीय निदेशक परीक्षित मेहदुदिया ने 28 सितंबर को इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर समग्र शिक्षा निदेशालय में तैनात राज्य IE समन्वयक  प्रतिभा बाली भी मौजूद रहीं।
इसके बाद अब हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CwSN) के लिए यूनिफाइड स्पोर्ट्स का आयोजन किया जा सकेगा। इसके तहत पहले चरण में शिक्षकों और कोचों को उनकी क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। चयनित स्कूलों के कोचों को यूनिफाइड स्पोर्ट्स में विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके दूसरे चरण में राज्य स्तर पर विशेष आवश्यकता वाले और सामान्य छात्रों के लिए यूनिफाइड गेम्स का आयोजन किया जाएगा। इसमें बैडमिंटन, बास्केटबॉल, फुटबॉल, वॉलीबॉल और बोचे (Bocce) जैसे खेल शामिल किए जाएंगे।

इस तरह से होंगी यूनिफाइड स्पोर्टस
यूनिफाइड स्पोर्ट्स में स्कूलों के विशेष आवश्यकता वाले और अन्य बच्चे एक ही टीम का हिस्सा बनकर खेंलेंगे। इन खेलों के लिए टीमों का गठन इस तरह से होगा कि इनमें एक समान आयु और क्षमता वाले विशेष आवश्यकता वाले बच्चे और सामान्य बच्चे शामिल होंगे। इस तरह यूनिफाइड स्पोर्टस में ये सभी बच्चे एक साथ खेलेंगे। इससे खेल गतिविधियां चुनौतीपूर्ण, रोमांचकारी और मजेदार होंगी।  एक साथ खेलने से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का अन्य बच्चों के साथ भी बेहतर समन्वय स्थापित होगा और उनके अंदर आत्म विश्वास भी बढ़ेगा।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि समग्र शिक्षा ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए यह बड़ी पहल की है। उन्होंने कहा कि यूनिफाइड स्पोर्ट्स में विशेष आवश्यकता वाले बच्चे और अन्य बच्चों को एक साथ खेलने का मौका मिलेगा। यह प्रयास विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य, सामाजिक एकीकरण और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उल्लेखनीय है कि स्पेशल ओलंपिक भारत (SOB) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने  इसमें विशेष रूचि दिखाई है। इसके बाद इसको लेकर यह करार किया गया है। एमओयू होने के बाद हिमाचल में विशेष आवश्यकता वाले स्कूली बच्चों के लिए इस तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जा सकेगा। इसमें स्पेशल ओलंपिक्स भारत (SOB) अहम भूमिका निभाएगा। इसको  भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों के खेलों के विकास के लिए राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता दी गई है। यह विशेष बच्चों के लिए खेलों को बढ़ावा देने वाली नोडल एजेंसी के रूप में भी देश में काम कर रही है।


 

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